मंदिर में हजारोें ने नवाया शीश

ठियोग (शिमला)। स्थानीय देवता चिखड़ेश्वर महाराज जी के घर वापसी पर पूरे इलाके में दीवाली जैसा माहौल हो गया। कांगड़ा के नगरकोट से स्नान कर लौटे देवता के स्वागत मेें हजारों लोगों ने उपस्थिति दर्ज करवाई। सोमवार को मंदिर में आशीर्वाद लेने के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। सुबह से देर शाम तक भक्तों की भीड़ लगी रही। सोमवार सुबह आठ बजे देवता जनोग मंदिर में शिखा पूजन के बाद देवता का मंदिर में प्रवेश करवाया गया। स्थानीय जनता ने इस मौके पर चोल्टू नृत्य कर खूब मनोरंजन किया। देवता के घर लौटने की खुशी में पूरे इलाके में जश्न का माहौल रहा। सुबह से शाम तक यहां हजारों लोगों ने भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। रविवार की पूरी रात देवता की विशेष पूजा अर्चना के साथ-साथ सुबह चार बजे देवता के गुरों ने पूरे गांव की परिक्रमा की। अपने पूरे इलाके की देखरेख करते हुए देवता के गुरों ने विधिविधान से देवता का मंदिर में प्रस्थान करवाया। मंदिर के पुजारी चंद्र मोहन, कृष्ण दत्त, जनोग देवता के देंवा भूप राम शर्मा, नगरकोटी माता के देंवा कृष्ण शर्मा तथा देवता के बजीर मोहन लाल ने एकजुट होकर मंदिर के शिखा पूजन कार्यक्रम में सहयोग दिया।

पंद्रह वर्ष बाद गए थे स्नान पर
इलाके के नंबरदार काहन सिंह तथा पदम सिंह ने बताया कि देवता महाराज पंद्रह वर्ष बाद स्नान पर गए थे। देवता की इस पद यात्रा में 89 स्थानीय लोगों ने भाग लिया था। 19 दिन की इस यात्रा में ठियोग से कांगड़ा के नगरकोट तक का सफर पैदल तय करने में देवता का खास आशीर्वाद अपने भक्तों पर होता है। देवता का हर कार्यक्रम, मंदिर कार्य की देखरेख इलाके के नंबरदार काहन सिंह तथा पदम सिंह ही करते हैं।
यहां हर मन्नत होती है पूरी
आज भी अपने घर में सुख शांति, छोटी-बड़ी बीमारी से निजात पाने के लिए स्थानीय जनता देवता के मंदिर में ही दस्तक देती है। देवता के गूर देंवा पीड़ित व्यक्ति को सही होने का रास्ता दिखाते हैं। यहां कई बड़े-बड़े चमत्कार होने का भी दावा किया गया है। ऐसा माना जाता है कि एक बार जब स्नान कर देवता घर लौटे थे तो कोई भूल चूक होने के कारण देवता ने अपनी शक्ति दिखाते हुए साफ मौसम में भी ओलों की बौछार ऐतिहासिक पोटेटो ग्राउंड में की थी।
नई पीढ़ी में दिखा खासा उत्साह
पंद्रह वर्ष बाद हुए देवता के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में नई पीढ़ी में भी खासा उत्साह देखने को मिला। बाहरी राज्यों में नौकरी, पढ़ाई या फिर अपने कार्य में व्यस्त रहने वाले कई युवाओं ने यहां उपस्थिति दर्ज करवा कर कार सेवा में हिस्सा लिया। स्थानीय युवा नरेश वर्मा, टीटू वेक्टा, सुरेंद्र राठौर, सन्नी खाची, महेंद्र के अलावा कई युवाओं ने देवकार्य में अपना सहयोग दिया।

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